संवाददाता || दीपक देवदास | बालोद

गुरूर । गुरुर ब्लॉक के ग्राम पंचायत बोहारा के ग्रामीणों द्वारा अपने प्राइमरी स्कूल को मर्ज किए जाने के विरोध में तीसरे दिन भी धरना प्रदर्शन जारी रहा तो वही सुबह से शाम तक तहसीलदार हनुमंत श्याम पुरूर टीआई शिशुपाल सिंहा प्रदीप कंवर लता तिवारी सहित पुलिस प्रशासन की टीम ग्रामीणों को समझाने का प्रयास करती रही उन्हें कहा गया कि शासन के नियमों के तहत जो भी मांगे हैं उनका उचित निराकरण किया जाएगा। धरना प्रदर्शन बंद कर दीजिए लेकिन ग्रामीण अंततः राजी नहीं हुए अंत में इस बात को लेकर भी धरना स्थल से उठे थे कि हम अब प्रदर्शन नहीं करेंगे आंदोलन स्थगित करते हैं। लेकिन ग्रामीणों द्वारा किसी भी तरह से लिखित में इसकी सहमति नहीं दी गई । पुलिस प्रशासन सहित अधिकारी गांव में बरसते पानी के बीच देर शाम तक 2 घंटे तक ग्रामीणों से धरना आंदोलन स्थगन से संबंधित लिखित में प्रमाण लेने के लिए रुके रहे। लेकिन ग्रामीणों द्वारा धरना स्थल से हटने के बाद गांव में तत्काल बैठक रखवा कर धरना के संबंध में कोई स्थगन लिखित में नहीं दिया गया। जिससे अब यही माना जा रहा है कि आंदोलन आगे भी हो सकता है पुलिस प्रशासन और राजस्व विभाग , शिक्षा विभाग के अधिकारी लगातार ग्रामीणों को समझा रहे हैं पर ग्रामीण अपनी मांग पर अड़े हुए हैं। माहौल को देखते हुए आसपास सभी थानों की पुलिस बल सहित जिला से भी टीम पहुंची हुई थी ताकि कोई अप्रिय घटना ना हो और हालात बिगड़ने पर भीड़ को काबू किया जा सके । ग्रामीण अध्यक्ष ओमेश्वर साहू को बार-बार तहसीलदार समझा रहे थे कि आपने जो मांग किया है इसका विधिवत निराकरण होगा। उनसे पुराने रिकॉर्ड और जमीन से संबंधित जानकारी भी मांगी जा रही थी लेकिन वे स्पष्ट जवाब नहीं दे पा रहे थे। जिस पर तहसीलदार ने ग्रामीण अध्यक्ष सहित गांव वालों को काफी समझाया कि धरना प्रदर्शन बंद कर दो। अंत में ग्रामीण राजी भी हुए लेकिन जब उनसे लिखित में मांगा गया तो कोई सामने नहीं आए और प्रशासन की टीम लिखित में लेने के लिए इंतजार करते रह गई। जब कुछ हाथ नहीं आया तो देर शाम को टीम गांव से वापस लौट आई। ज्ञात हो कि बोहारा वासियों की मांग है कि उनके प्राइमरी स्कूल को सनौद स्कूल में मर्ज किया गया है उसे ना किया जाए। बोहारा वासियों का मानना है कि प्राइमरी स्कूल उनके गांव का आधार स्कूल है। अगर वही मर्ज कर दिया गया तो फिर आधार ही खत्म हो जाएगा। इधर सनौद के ग्रामीण भी सरहद और स्कूल के मुद्दे को लेकर धरना प्रदर्शन करने वाले थे। लेकिन एक दिन पहले देर रात को ही पुलिस प्रशासन और अफसरों की समझाइश के बाद सनौदवासी धरना न करने के लिए राजी हो गए और रविवार को धरने में नहीं बैठे थे। अगर दोनों गांव के ग्रामीण आमने-सामने धरने में बैठते तो स्थिति और भी बिगड़ सकती थी। तहसीलदार हनुमंत श्याम आर आई रेवती वर्मा एसडीओपी बोनीफास इक्का सनौद टी वी प्रदीप कंवर पुरुर टी आई शिशुपाल सिंहा गुरुर थाना प्रभारी सुनील तिर्की गुनडरदही थाना प्रभारी मनीष शेनदे कंवर चौकी प्रभारी लता तिवारी सूरेगांव थाना प्रभारी इंदिरा वैष्णव सहित पुलिस प्रशासन लगातार शांति व्यवस्था बनाए रखने में जुटा हुआ है।