
भोपाल के बहुचर्चित हिंदू लड़कियों के गैंगरेप-लव जिहाद केस में पुलिस ने अब एक और आरोपी अबरार को इटारसी से गिरफ्तार किया है. अबरार की गिरफ्तारी के लिए पुलिस ने बिहार और बंगाल में भी दबिश दी थी. इस केस में युवतियों को प्रेमजाल में फंसाकर गैंगरेप, ब्लैकमेलिंग और धर्मांतरण के लिए दबाव बनाया गया. फरहान, साद, साहिल और नबील सहित कुल छह आरोपी अब तक पकड़े जा चुके हैं.
भोपाल. हिंदू छात्राओं के साथ गैंगरेप, ब्लैकमेलिंग और धर्मांतरण के दबाव से जुड़े बहुचर्चित लव जिहाद केस में पुलिस ने एक और आरोपी अबरार को गिरफ्तार किया है. आरोपी को इटारसी से पकड़ा गया है. दो महीने से फरार चल रहे अबरार की गिरफ्तारी के लिए पुलिस ने बंगाल और बिहार तक दबिश दी थी. अब तक इस केस में फरहान, साद, साहिल, नबील समेत छह लोगों को अरेस्ट किया जा चुका है. पुलिस के मुताबिक, आरोपियों ने हिंदू लड़कियों को प्रेमजाल में फंसाया, फिर उनके साथ दुष्कर्म किया गया और आपत्तिजनक वीडियो बनाकर उन्हें ब्लैकमेल किया गया. वीडियो वायरल करने की धमकी देकर पीड़िताओं पर धर्मांतरण का दबाव बनाया गया.
पुलिस सूत्रों के अनुसार, अबरार गिरोह का एक सक्रिय सदस्य था, जो न केवल पीड़िताओं को प्रेमजाल में फंसाने में शामिल था, बल्कि उनके वीडियो और सोशल मीडिया अकाउंट्स के माध्यम से ब्लैकमेलिंग में भी अहम भूमिका निभा रहा था. अबरार की गिरफ्तारी से डिजिटल सबूत और नेटवर्क चैट्स सामने आने की संभावना बढ़ गई है. इसी केस के मास्टरमाइंड फरहान का कुछ हफ्ते पहले अशोका गार्डन पुलिस के साथ एनकाउंटर हुआ था, जिसमें उसके पैर में गोली लगी थी. वहीं केस की धीमी जांच को लेकर अशोका गार्डन टीआई हेमंत श्रीवास्तव को लाइन अटैच कर दिया गया था. DCP प्रियंका शुक्ला ने आरोपी की गिरफ्तारी में देरी और पीड़िताओं को न्याय न दिला पाने को लेकर यह कार्रवाई की थी. राष्ट्रीय महिला आयोग ने भी केस की जांच प्रक्रिया पर सवाल उठाए थे.
फिलहाल पुलिस अबरार से पूछताछ कर रही है और उम्मीद है कि गैंग की नेटवर्किंग और डिजिटल चैट के कई अहम लिंक इस पूछताछ में सामने आ सकते हैं. इस गिरोह ने हिंदू छात्राओं को प्रेमजाल में फंसाकर नशीले पदार्थ दिए, फिर उन्हें गैंगरेप किया और आपत्तिजनक वीडियो बनाकर ब्लैकमेल किया. इन वीडियो के आधार पर धर्मांतरण के लिए भी दबाव डाला गया . उच्चस्तरीय SIT और DCP स्तर की जांच जारी है. FIR में BNS, POCSO, IT एक्ट और MP के फ़्रीडम ऑफ़ रिलीजन एक्ट की धाराएँ शामिल की गई हैं . NCW ने भी इस मामले में संगठित अपराध और धार्मिक दबाव की पुष्टि की है. यह केस सिर्फ एक अपराध नहीं, बल्कि एक व्यापक नेटवर्क से प्रेरित लव जिहाद-कॉन्काशन मॉडल का हिस्सा माना जा रहा है, जिसमें अबरार की गिरफ्तारी नई जांच और डिजिटल लिंक खोलेगी.
भोपाल गैंगरेप, ब्लैकमेलिंग और “लव जिहाद” के मुख्य आरोपी फरहान खान का पुलिस हिरासत में शॉर्ट एनकाउंटर हुआ था. यह घटना 3 मई की रात लगभग 11:30 बजे घटी, जब पुलिस उसे अशोका गार्डन से बिल्किसगंज ले जा रही थी, ताकि फरार आरोपी अबरार का पता लगाया जा सके. पुलिस ने बताया कि फरहान ने टॉयलेट का बहाना बना गाड़ी रोकी और सब-इंस्पेक्टर की पिस्टल छीनने की कोशिश की. इससे मुठभेड़ हो गई और उसी दौरान उसके पैर में गोली लगी थी. उसे हमीदिया अस्पताल में भर्ती कराया गया था, अब उसकी हालत ठीक हो गई है.