तिरुवनंतपुरम: एक मां जिसने अपने बेटे को जन्म दिया, पाला-पोसा, पढ़ाया-लिखाया… उसी मां की एक रात बेटे ने हत्या कर दी. यह कहानी किसी फिल्म की नहीं, बल्कि सच्ची घटना है जो केरल के तिरुवनंतपुरम जिले के वक्कोम इलाके में हुई. आरोपी बेटा विष्णु, जो नीलामुक्कू के पूचादिविला का रहने वाला है, उसने अपनी सगी मां जननी की हत्या कर दी क्योंकि वह उसके “प्यार” के खिलाफ थी.
यह हादसा 22 अप्रैल 2023 की रात हुआ, लेकिन इसकी गूंज आज भी लोगों को डराती है. अब अदालत ने अपना फैसला सुना दिया है – बेटे को उम्रकैद और जुर्माने की सजा मिली है. लेकिन सवाल यह है कि आखिर ऐसा क्या हुआ कि एक बेटा हैवान बन गया?

अवैध प्यार के लिए मां की जान ले ली
विष्णु का किसी शादीशुदा महिला से रिश्ता था. वह महिला पहले से एक बच्चे की मां थी. यह बात उसकी मां जननी को बिल्कुल पसंद नहीं थी. उन्होंने बेटे को कई बार समझाया कि यह रिश्ता ठीक नहीं है. लेकिन प्यार में अंधे विष्णु को मां की बातों से नफरत होने लगी.
एक रात जब मां ने दोबारा इस रिश्ते पर सवाल उठाए, तो विष्णु का गुस्सा फूट पड़ा. उसने अपनी मां का सिर दीवार पर कई बार मारा. इसके बाद भी वह नहीं रुका. उसने केरोसिन छिड़ककर मां के शरीर को आग के हवाले कर दिया. जला देने के बाद वह चिल्लाता हुआ बाहर आया और लोगों को बुलाकर दिखाने लगा कि जैसे कोई हादसा हुआ है. लेकिन पुलिस जांच में सारी सच्चाई सामने आ गई.
अदालत का फैसला- उम्रकैद और जुर्माना
इस केस की सुनवाई तिरुवनंतपुरम की छठी अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश आर. रेखा की अदालत में हुई. सबूत और गवाही के आधार पर कोर्ट ने विष्णु को दोषी करार दिया. उसे उम्रकैद की सजा सुनाई गई और साथ ही 50,000 रुपये का जुर्माना भी लगाया गया. अगर वह यह जुर्माना नहीं देता, तो उसे छह महीने की और सजा भुगतनी पड़ेगी.