जमुई. जिले के गांव में एक अजीबोगरीब शादी का मामला सामने आया है. मंगेतर से मिलने पहुंचे सूरत से चलकर आए युवक को पकड़कर गांव के ही मंदिर में शादी करवा दी गई. ढाई साल पहले परिवार वालों ने लड़का और लड़की की शादी तय कर दी थी लेकिन परिवार में किसी न किसी सदस्य के निधन हो जाने के बाद दोनों की शादी टल गई थी. जब मंगेतर अपने ननिहाल पहुंची थी तब लड़के से रहा नहीं गया. युवक अकेले मंगेतर के ननिहाल पहुंच गया. लड़की के ननिहाल वाले ने लड़के से पूछा कि ‘यहां क्यों आए हो’ तो उसने जवाब दिया ‘वह शादी करने आया है’. फिर क्या था. गांव के ही शिव मंदिर में दोनों को सात फेरे लगवा दिए गए. लड़के ने अपनी मंगेतर को मांग भी भर दी. मामला जमुई जिले के नगर थाना इलाके के लठाने गांव का है. गांव के ही मंदिर में गोलू और नीता की शादी करवा दी गई.
गोलू और नीता लखीसराय जिले के अलग-अलग गांव के रहने वाले हैं. गोलू कुमार सूरत में एक कंपनी में काम करता है. दोनों की शादी ढाई साल पहले ही परिवारवालों ने तय करवा दी थी. गोलू और नीता के परिवार के सदस्य की मृत्यु के कारण शादी टल गई थी. ढाई साल से गोलू अपनी मंगेतर से फोन से बातचीत करता था.

बीते कुछ दिनों से नीता जमुई के लठाने में अपने ननिहाल आई थी. लड़के को पता चला कि उसकी मंगेतर ननिहाल में है तो वह उससे मुलाकात करने लठाने पहुंच गया. दोनों को एक साथ देख गांव वालों ने पहले प्रेमी-प्रेमिका समझा. फिर घंटो तक कहासुनी के बाद मंदिर में ही शादी करवा दी. बगैर बैंड, बाजा, बाराती के मंदिर में शादी पर लड़के के तो कोई एतराज नहीं लेकिन लड़की को मलाल है कि उसकी शादी इस तरह से हो गई.
शादी की तारीख बार-बार आगे बढ़ रही थी, दोनों में फोन पर बातचीत होती थी. शादी के बाद निशा ने बताया कि वह चाहती थी कि जिस तरह से दूसरे की शादी होती है उसी तरह से हो, लेकिन शादी में बैंड बाजा बाराती नहीं रहा जिसका उसे अफसोस है, इसीलिए यह शादी अच्छी नहीं लग रहा. लड़की की नानी विमला देवी ने कहा की दोनों की शादी तय हो गई थी लेकिन घटना के कारण बार-बार दिन आगे बढ़ रहा था. दोनों के बीच फोन पर बातचीत होती थी. मंदिर में शादी करवा दी गई है.