समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने बीजेपी सरकार पर तीखा हमला बोला है. अखिलेश यादव शनिवार को कन्नौज में के निजी कार्यक्रम में शामिल होने आए थे. यहां पत्रकारों से बात करते हुए भाजपा सरकार पर जनता की अनदेखी का आरोप लगाया, उन्होंने स्कूल मर्जर, स्वास्थ्य सेवाओं की लापरवाही, ट्रांसफर नीति और बढ़ती महंगाई जैसे मुद्दों पर सरकार को घेरा.

अखिलेश यादव ने कहा कि समाजवादी पार्टी स्कूलों के मर्जर के फैसले के खिलाफ है. अगर स्कूल घर से दूर होंगे, तो बच्चे, खासकर बेटियां, स्कूल कैसे पहुंचेंगी? बीजेपी सरकार नौकरियां देना नहीं चाहती. इसलिए स्कूलों को कम करने की साजिश कर रही है. उन्होंने जोर देकर कहा कि यह फैसला शिक्षा विशेष रूप से बेटियों की शिक्षा के लिए हानिकारक है.

ट्रांसफर-पोस्टिंग पर उठाए सवाल

वहीँ स्वास्थ्य विभाग की खामियों पर बोलते हुए अखिलेश ने कहा कि आईसीयू में मरीज बिना बिजली के कैसे जीवित रहेंगे? स्वास्थ्य विभाग में ट्रांसफर तक नहीं हो रहे सरकार का वक्त खत्म हो रहा है. इसलिए उनके लोग सिर्फ ट्रांसफर-पोस्टिंग से कमाई में लगे हैं.

कानपुर विवाद पर चुटकी

इसके साथ ही कानपुर में डीएम-सीएमओ विवाद पर तंज कसते हुए अखिलेश यादव ने कहा कि पहले इंजन (नेता) लड़ रहे थे, अब छोटे-छोटे डिब्बे (अधिकारी) भी लड़ रहे हैं. इस चक्कर में विधायक भी उलझ गए. उन्होंने बीजेपी की आंतरिक कलह पर भी कटाक्ष किया.

अखिलेश यादव ने कहा कि सपा सरकार बनेगी तो स्मारकों का निर्माण होगा, इनमें माता अहिल्याबाई, राजा हर्षवर्धन और महाराणा प्रताप की प्रतिमाएं बनाई जाएंगी, जिसमें महाराणा प्रताप की प्रतिमा में सोने का भाला होगा. इसके साथ ही ई-रिक्शा और पर्यावरण के लिए लाभकारी वाहनों पर छूट दी जाएगी साइकिल को विशेष छूट मिलेगी.

जबकि गठबंधन के सवाल पर अखिलेश यादव ने कहा कि आगामी सभी चुनाव पुराने गठबंधन के साथ लड़े जाएंगे.

महंगाई और सोने की कीमतों पर हमला

अखिलेश यादव ने बढ़ती महंगाई पर चिंता जताई और कहा कि बीजेपी अपने लोगों को मुनाफाखोरी करवा रही है. वैश्विक युद्धों के कारण भी महंगाई बढ़ेगी. सोना इतना महंगा हो गया कि गरीब अपनी बेटी की शादी में सोने की कोई चीज नहीं दे सकता. बीजेपी योग करवाकर इस सवाल से बचना चाहती है.