पूत कपूत तो का धन सिंचे, पूत सपूत तो का धन सिंचे… ये कहावत आज भी बिलकुल सच बैठती है. इसका अनुवाद है यदि पुत्र नालायक है तो उसके लिए धन जोड़ने (कामने) का कोई फायदा नहीं, क्योंकि वह उसे बर्बाद कर देगा और यदि पुत्र योग्य है तो भी धन जोड़ने की आवश्यकता नहीं, क्योंकि वह स्वयं कमा लेगा. मगर, आज के आपाधापी की जिंदगी में अपने बच्चों की अच्छी परवरिश को पर ध्यान ना देकर उनके लिए धन संचय करने में लग जाते हैं, स्थिति ऐसी हो जाती है कि बच्चे आपसे दूर हो जाते हैं और लगाव ना के बराबर रह जाता है. कुछ ऐसा ही तो मामला है दिल्ली के तिमारपुर का. एक सीआईएसएफ के जवान अपने पैतृक घर उत्तराखंड में शिफ्ट हो रहे थे, मगर बेटे से टेम्पो की फ्रंट सीट पर बैठने के लिए लड़ाई हो गई और बेटे ने बिना कुछ समझे पिता पर उनके ही पिस्टल से गोली चला दी. पिता की मौके पर ही मौत हो गई. दरअसल, उत्तरी दिल्ली के तिमारपुर इलाके में एक 26 साल के युवक ने कथित तौर पर अपने पिता की गोली मारकर हत्या कर दी. मामला बस इसता था कि उसे टेंपो में फ्रंट सीट पर बैठने नहीं दी गया था. पूरा परिवार उत्तराखंड में अपने पैतृक स्थान पर जाने के टेम्पो लिए किराए पर लिया था. पुलिस उन्होंने बताया कि दीपक नामक आरोपी को मौके से गिरफ्तार कर लिया गया है. अपराध में इस्तेमाल की गई बंदूक के साथ 11 जिंदा कारतूस बरामद किए गए हैं. पुलिस ने बताया कि यह घटना गुरुवार शाम करीब 7.30 बजे तिमारपुर के एमएस ब्लॉक के पास हुई. वहां गश्त कर रहे कर्मचारियों ने गोली चलने की आवाज सुनी और मौके पर पहुंचे. कर्मचारियों ने फुटपाथ पर खून से लथपथ एक व्यक्ति को देखा. साथ ही ये देखा कि कुछ लोग एक युवक के हाथ से बंदूक छीनने की कोशिश कर रहे हैं. तब जाकर मामला समझ में आया कि यहीं आरोपी है, जिसने गोली चलाई थी. पीड़ित की पहचान 60 साल सुरेंद्र सिंह के रूप में हुई. वह सीआईएसएफ से सेवानिवृत्त उपनिरीक्षक थे. उन्हें एचआरएच अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया.पुलिस ने बताया कि गोली उनके बाएं गाल पर लगी थी, जिससे उनके चेहरे पर कई छर्रे लगे थे. शुरुआती जांच में पता चला है कि छह महीने पहले सीआईएसएफ से सुरेंद्र सिंह के सेवानिवृत्त होने के बाद परिवार उत्तराखंड में अपने पैतृक गांव में शिफ्ट होने की तैयारी कर रहा था. परिवार ने घर जाने के लिए एक टेम्पो किराए पर लिया था. सामान उसमें लोड किया जा रहा था, तभी सुरेंद्र और दीपक के बीच इस बात को लेकर बहस छिड़ गई कि आगे की सीट पर कौन बैठेगा.पुलिस सूत्र ने बताया कि जब सुरेंद्र ने सामान लोड होने के कारण आगे की सीट पर बैठने पर जोर दिया, तो दीपक आक्रामक हो गया, उसने अपने पिता की लाइसेंसी बंदूक निकाली और कथित तौर पर उसे गोली मार दी. उन्होंने बताया कि हत्या का मामला दर्ज कर लिया गया है और आगे की जांच जारी है.