
पारिवारिक कलह का खौफनाक चेहरा: मारपीट, धमकी और वर्षों से चल रही प्रताड़ना का आरोप
अकबरपुर (अम्बेडकरनगर), गणेश मौर्या
अकबरपुर नगर पालिका क्षेत्र के अब्दुल्लापुर मोहल्ले में रविवार को एक घरेलू विवाद उस समय हिंसक रूप ले बैठा जब एक जेठानी ने अपनी देवरानी के कान को दांतों से काटकर घायल कर दिया। घटना ने पूरे क्षेत्र में सनसनी फैला दी है और लोग पारिवारिक झगड़े की इस भयावह परिणति से हैरान हैं।
पीड़िता आफरीन पत्नी इमरान ने स्थानीय थाना को दिए गए शिकायती पत्र में गंभीर आरोप लगाए हैं। आफरीन के अनुसार, 29 जून को सुबह करीब 11 बजे वह अपने घर पर मौजूद थी, तभी उसकी जेठानी नेहा खातून पत्नी रिज़वान और उसके पति रिज़वान पुत्र शेर अली ने मिलकर पहले उसे भद्दी-भद्दी गालियाँ दीं, फिर बिना किसी उकसावे के लात-घूंसे और लाठी-डंडों से उस पर हमला कर दिया।
कान को दांतों से काटा, पूरे शरीर पर चोटें
हमले के दौरान नेहा खातून ने आफरीन का कान अपने दांतों से काट लिया, जिससे वह बुरी तरह घायल हो गई। घायल अवस्था में आफरीन को तत्काल सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया, जहाँ प्राथमिक उपचार के बाद उसे जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया। रिपोर्ट के अनुसार, पीड़िता के शरीर पर कई स्थानों पर गहरी चोटें आई हैं।
वर्षों से चल रहा है पारिवारिक उत्पीड़न
पीड़िता ने आरोप लगाया कि वह वर्षों से अपने जेठ और जेठानी के अत्याचारों का शिकार हो रही है। पारिवारिक कलह आए दिन बढ़ता जा रहा था, लेकिन इस बार हिंसा की हद पार हो गई। आफरीन ने बताया कि पहले भी कई बार उसे मानसिक और शारीरिक रूप से प्रताड़ित किया गया, लेकिन सामाजिक प्रतिष्ठा और पारिवारिक दबाव के चलते वह चुप रही।
पुलिस ने दर्ज किया मामला, जांच शुरू
शिकायत प्राप्त होते ही थाना अकबरपुर की पुलिस ने मौके का निरीक्षण किया और पीड़िता का मेडिकल परीक्षण कराया। थाना प्रभारी ने जानकारी दी कि पीड़िता की तहरीर के आधार पर मामला दर्ज कर लिया गया है और दोषियों के विरुद्ध IPC की गंभीर धाराओं में मुकदमा पंजीकृत किया जा रहा है।
पुलिस का कहना है कि पूरे प्रकरण की निष्पक्ष जांच की जाएगी और यदि आरोप सही पाए जाते हैं तो दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा। वहीं पीड़िता ने जिला प्रशासन से सुरक्षा की मांग की है, क्योंकि उसे आगे भी जान का खतरा बना हुआ है।
स्थानीय लोगों में आक्रोश, पारिवारिक मूल्यों पर सवाल
घटना के बाद मोहल्ले में चर्चा का विषय बन गया है कि आखिर किस हद तक घरेलू कलह बढ़ चुकी है कि महिलाएं एक-दूसरे पर जानलेवा हमला करने से भी नहीं चूक रहीं।
स्थानीय नागरिकों और महिला संगठनों ने प्रशासन से मांग की है कि पीड़िता को न्याय दिलाया जाए और महिलाओं की सुरक्षा के लिए ठोस कदम उठाए जाएं।