
कौशांबी: एक तरफ जहां पूरे प्रदेश में लव जिहाद की घटनाएं आमने आ रही हैं, वहीं उत्तर प्रदेश के कौशांबी में एक मुस्लिम युवती ने हिंदू धर्म अपना लिया है. युवती ने अपने प्यार को जीवनसाथी बनाने के लिए हिंदू धर्म स्वीकार किया है. छल कपट करके और अपना नाम हिंदू या मुस्लिम बताकर हिंदू-मुस्लिम युवतियों को झूठे प्रेम में फंसाने वाले लोगों के लिए रोहित कुमार किसी मिसाल से कम नहीं है. हालांकि इस प्रेम विवाह ने मजहबी बवाल खड़ा कर दिया है. बनपुकरा गांव की रहने वाली मुस्लिम युवती शिबा खान ने गरई गांव के रहने वाले हिंदू युवक रोहित कुमार से प्रेम विवाह किया. शिबा ने न सिर्फ अपना नाम बदला, बल्कि हिंदू धर्म अपनाकर अब कोमल बन गई हैं.
दोनों ने एक मंदिर में हिंदू रीति-रिवाजों के अनुसार विवाह किया और सोमवार को सिराथू तहसील में मजिस्ट्रेट के समक्ष बयान देने पहुंचे. मगर, यहां पहुंचते ही मामला गरमा गया. लड़की के परिजन भड़क उठे और विरोध करते हुए हंगामा करने लगे. इसी बीच विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल के सैकड़ों कार्यकर्ता भी तहसील परिसर पहुंच गए. देखते ही देखते दोनों पक्षों के बीच गहमागहमी ने स्थिति को तनावपूर्ण बना दिया.
मौके पर पहुंची पुलिस ने तत्काल मोर्चा संभाला और हालात को शांत किया. साथ ही सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई. सुरक्षा घेरे में ही प्रेमी युगल ने मजिस्ट्रेट के सामने बयान दर्ज कराया. कोमल ने साफ शब्दों में कहा कि हम दोनों बालिग हैं. हमने अपनी मर्जी से विवाह किया है. किसी के दबाव में नहीं हैं.देर शाम मजिस्ट्रेट ने मुस्लिम लड़की की इच्छा और उम्र को ध्यान में रखते हुए उसे रोहित को सुपुर्द कर दिया. इस पूरे घटनाक्रम के दौरान विहिप के जिलाध्यक्ष अवधेश नारायण और जिला सहमंत्री वेद प्रकाश सत्यार्थी समेत सैकड़ों कार्यकर्ता मौके पर मौजूद रहे. फिलहाल स्थिति नियंत्रण में है, लेकिन इस घटना ने एक बार फिर समाज के सामने अंतर धार्मिक प्रेम विवाहों को लेकर ज्वलंत सवाल खड़े कर दिए हैं. क्या वाकई प्यार की कोई जाति, धर्म या मजहब नहीं होता या फिर हमारा समाज अब भी उन पुरानी दीवारों से घिरा है, जिनके बाहर जाने की आज भी इजाजत नहीं है.